धन्य शिवरात्रि

shiv ji

 

धन्य शिव्ररात्रि

धन्य शिवरात्रि
शिवरात्रि करीये तो महासुख पामीये

मारे शिवरात्रिनुं व्रत करवुं छे
मारे ध्यान हरिनुं धरवुं छे
हे मारे कैलासधाममां वसवुं छे
— धन्य शिवरात्रि…

हे मारे हरद्वारमां जावुं छे
हे मारे हृषिकेशमां जावुं छे
हे मारे गंगाघाटमां न्हावुं छे
— धन्य शिवरात्रि

हे मारे भवनाथने मेळे जावुं छे
हे मारे शिवरातने मेळे जावुं छे
हे मारे मरघीकुंडमां न्हावुं छे
— धन्य शिवरात्रि…

हे मारे कैलासधामे जावुं छे
हे मारे मानसरोवरे न्हावुं छे
हे मारे भवसागर तरी जावुं छे
— धन्य शिवरात्रि

जेणे शिवरात्रिनां व्रत कीधां छे
एनां आठो याम सीधां चे
एने शिवजीए पोतानां करी लीधां छे
— धन्य शिवरात्रि

 — नीला कडकिया

                             ॐ नमः शिवाय

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